NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

Not known Details About Shiv chaisa

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भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।

प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके shiv chalisa in hindi तन नहीं रहै कलेशा॥

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

Anytime the gods get in touch with out to him in distress, Lord Shiva right away removes their sorrows. Through the excellent turmoil a result of Tarakasura, All the gods turned for you for enable.

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